चेहरा चेहरा ढूंढिन खुसरो,
खूब पहेली बूझिन खुसरो.!
गोर कलइया, हरियर चुरिया,
आखिर केहिका देखिन खुसरो.!
कठिन डगर है पनघट केरी,
जाने केतना भंछिन खुसरो.!
राजपाट सब पानिक् बुज्जा,
छे राजन से सीखिन खुसरो..!
इस्के-मजाजी से उबियाने,
इस्के-हकीकी साधिन खुसरो.!
__अमरेन्द्र नाथ त्रिपाठी
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